Sunday, May 16, 2010

आओ

तुम कौन हो
मेरी सुबह के पहले ख्याल
एक मुद्दत से ढूँढ रही हूँ तुम्हे
हवा से छु के अहसास होता था तुम्हारा कभी
चाहती हूँ उड़ कर हवा से
मेरे सामने इंसान बन, मेरी ही तरह - आओ
सपनों से थक गयी हूँ मेरी जान
अब तो सच हो जाओ..........

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