Thursday, March 4, 2010

मुझे ख़ुशी होगी...

I know for a fact that at least one person will find this completely arrogant and will see everything else but love in this, while to me, it is pure love... he may not understand it today but by the time he gets around to life, I have hope, he will... meanwhile, I am here, he can kill me if he wants, but till he doesnt, I am here!

अगर मैं तेरा दिल तोड़ दूं कभी वैसे की जैसे मेरा टूटा था
तबाह और तहस नहस कर दूं इस तरह कि तेरे भीतर -
हर आवाज़ रो पड़े, हर घाव रिसने लगे
हर पुरानी चोट छोटी लगे और
ऐसा हो कि सारा दर्द समेट के उडेल दिया हो किसी ने
तुझे पता ही न चले कि क्यों जीवन भर की बनायीं दीवारे
अपने आप को सुनाये, कहे गए करोडो शब्द, कुछ काम नहीं आ रहे
आ रहा है तो बस और एक टूटन का अहसास और यह कि अब आगे...कुछ भी नहीं दिखता
देखने कि काबिलियत और सोचने का सुरूर, शब्दों का प्यार तक, मर गया है
यह कमाल है कि जिंदा है तू, किसके लिए यह पता भी नहीं, पर है, कि मर नहीं सकता... न जाने क्यों कुछ ऐसा छू गया है...

तो मेरी जान मुझे ख़ुशी होगी...

मुझे ख़ुशी होगी कि मेरे अहसास से तू जीने लगा है
कि पता है मुझे बस एक वो टूटन है जो तुझे जोड़ सकती है तुझसे
जो दिल में जमी बर्फ को पिघला के तुझे - हीरे से इंसान बना सकती है
तेरी चमक में गर्मी ला सकती है

मुझे भी लगा था प्यार आता है मुझे
मुझे लगता था मेरी शब्दों ने मुझे सब जवाब दे ही दिए थे...
और फिर किसी ने मेरे पैरों तले ज़मीन निकाल दी
पहले इतनी खुशी दी कि विश्वास ही न हो,
ऐसा मिला कोई कि लगा यह ही होना था
और फिर ऐसे चल दिया कि जैसे कोई भी न हो
किसी ने मेरे पैरों तले ज़मीन निकाल दी
किसी ने मेरा आसमान खो दिया मुझसे ....
मैं थक गयी हूँ यह सच है मगर
मुझे जीना,
अहसास की गहराई,
रिश्तों को देखना, सिर्फ प्यार से और बांधना नहीं, मान लेना
लोगों को, वोह जो हैं उसके लिए प्यार करना
बुरे में भला देख पाना और हर समय यूं रहना कि जुडी हूँ - कायनात से
खुद को खो देना और फिर सही मायने में पा लेना खुद को..
मेरे दर्द ने सिखाया है
और उसने सिखाया है

मुझे नहीं पता, आज या कभी और मैं, मेरा प्यार, तेरे भीतर की वो गहराई नाप सकता है क्या
मुझे लगता है मेरा होना बस तुझे यही बतलाने को है की बहुत प्यार होता क्या है,
कैसे जीते हैं उसे
और फिर तेरा दिल तोड़ के चले जाने को

मैं तेरी मंजिल नहीं और तू मेरी मंजिल नहीं
पर यह रास्ता दिया गया है हमे तो कोई कारण होगा
मैं चाहती हूँ मेरा प्यार तुझे नरमी दे मेरी जान
और अगर तोड़ देगा तुझे, तो रोउंगी मैं
मगर खुश होंगी
अगर यह मेरी ज़िम्मेदारी है, तो यह ही सही

तुझसे यह बात कहूँगी तो बहुत खफा होगा
कम से कम मन मैं अपने बुरा भला कहेगा मुझे
और सामने भी कहा सकता है, तू तू है आखिर!
मेरा कहना की ' मैं हूँ '... येही मतलब है उसका
मैं सुनूंगी
मैं प्यार करती हूँ
तेरे दर्द का अहसास मुझे खुद से ज्यादा है

सच सच की रट में रहता है
सच सुना नहीं जाता तुझसे,
माना नहीं जाता, उसकी
अच्छाई नहीं दिखती
चुम्बक की तरह, दर्द ढूंढे जाता है, दर्द पकडे जाता है

इश्वर करे, टूट जाए एक बार, तू, तेरा अहम्, और तेरे खुद को दर्द देने का यह सिलसिला
जीने लगेगा तोह सब आसान हो जाएगा
इश्वर करे, मेरे शब्दों में सुन्दरता ढूँढने की जगह तुझे अहसास मिलें...

अगर मैं तेरा दिल तोड़ दूं कभी वैसे की जैसे मेरा टूटा था
मुझे ख़ुशी होगी.

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